हम ऐसे ही शेर सुना करते है-SHAYARI

1 . हम ऐसे ही शेर सुना करते है हम ऐसे दो शेर लिखा करते है बड़ा अच्छा लगता है जब आप जैसे अजनबी मिला करते है
2. मैं ग़रीब था वो दौलत मंद मेरे पास काबिलियत थी बेशुमार दौलत कमा लेने की शायद तुम्हारे पास वक्त न था मेरा इंतजार करने का
3 . मैने पहली मिलन में कह दिया मुझे प्यार करना नहीं आता साथ रह के हम ऐसे उलझ गये अब उनके बिना चैन नहीं आता
4 . हर रिश्ते को मीठा रखना इसमें कभी खट्टापन न आये रिश्ते को इतना मीठा मत रखना की इसमें कीड़े लग जाये
5 . जब तुम्हारी याद आती है पूछो न मेरा क्या हाल रहता है बेवफ़ाई हो गयी जुदाई होगी फिर भी जाने क्यू तेरा इंतजार रहता है
6. क्या बताए इश्क़ ने हमे तन्हा छोड़ दिया खुद तन्हा रह गया मुझें तन्हा छोड़ दिया
7. इश्क़ करने के लिए दौलत की ज़रूरत है दौलत पे दुनियाँ फ़िदा हो गयी है दौलत के लिए बेवफ़ा हो गयी है

0 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

Post a Comment (0)

और नया पुराने