1. अब तो मेरे नजरों के सामने, आपकी तस्वीर घूमती है न जाने मेरे आंखो को क्या हो गया, ये सिर्फ़ आप को देखती है
2. कभी ग़म ने मुझें घेरा, क़लम हाथ में थी मैं निकलता गया कठिन डगर से, उनकी मोहब्बत साथ में थी
3. कहते है दिल की बात तो गौर कर लिया करो मिलती है फूरसत मिलने बुला लिया करो
4. तुम्हें देने के लिए इस दिल के सिवा कुछ भी नहीं है तुम साथ-साथ रहो मुझे कोई ग़म नहीं है
5. उससे प्यार करता रहा, वो बेवफ़ा हो गयी प्यासी थी ज़िंदगी प्यासी रह गयी
6. पहली बार किया है प्यार न जाने कैसे होता है प्यार जीवन में पहली बार मिलना मन चाहा मुझको यार
7. मुझको राजकुमारी मिल चुकी है अपने उस सपनों का जो मुझपें जादू चला गयी अपने तिरछी नजरों का
8. छोड़कर मुझको चली गयी रोज झगड़ती थी मुझसे रोज झगड़ती थी तो क्या प्यार भी करती थी मुझसे
2. कभी ग़म ने मुझें घेरा, क़लम हाथ में थी मैं निकलता गया कठिन डगर से, उनकी मोहब्बत साथ में थी
3. कहते है दिल की बात तो गौर कर लिया करो मिलती है फूरसत मिलने बुला लिया करो
4. तुम्हें देने के लिए इस दिल के सिवा कुछ भी नहीं है तुम साथ-साथ रहो मुझे कोई ग़म नहीं है
5. उससे प्यार करता रहा, वो बेवफ़ा हो गयी प्यासी थी ज़िंदगी प्यासी रह गयी
6. पहली बार किया है प्यार न जाने कैसे होता है प्यार जीवन में पहली बार मिलना मन चाहा मुझको यार
7. मुझको राजकुमारी मिल चुकी है अपने उस सपनों का जो मुझपें जादू चला गयी अपने तिरछी नजरों का
8. छोड़कर मुझको चली गयी रोज झगड़ती थी मुझसे रोज झगड़ती थी तो क्या प्यार भी करती थी मुझसे
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