चाहत का वर्षो से चलता रहा सिलसिला-SHAYARI

1. चाहत का वर्षो से चलता रहा सिलसिला ज़मीन पर पाँव पड़ते नहीं, जो मुझको आपका प्यार मिला
2. मेरी चाहत है दूर कभी न जाऊँगी तेरी बाहों में साजन सारी उम्र बिताऊंगी
3. तन्हाई मुझे मिलती रही गुजरे हुए जमाने से थोड़ी सी दिल में आस जगी पास तुम्हारे आने से
4. प्यार करता रहा इंतजार करता रहा बेवफ़ा मुझको भुला गयी वादा करती थी बहुत, मुझे तन्हा छोड़ गयी
5. तुमको चाहूँगा हर घड़ी चाहे कोई भी मौसम हो सनम आप जैसे यार की आप जैसे प्यार की दिल में लगी है लगन
6. वक्त गुजर जायेगा लगता है बातो ही बातो में दिल की बात दिल में ही छुपी रह गयी जो दिल के इरादों में
7. इन खूबसूरत वादियों में गीत वफ़ा के गाऊँ मैं जुल्फों की छाँव में कटी ज़िंदगी जुल्फों की छाँव में मर जाऊँ
8. बहुत मुश्किल हो गया है तुम्हारा इंतजार करना वादे वक्त पर आना न आने में देर करना

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