दिल की कली खिल गयी-SHAYARI

1. दिल की कली खिल गयी जो तुम मुझे मिल गयी दिल तो पहले ले गयी थी अब जान मेरा ले गयी
2. मुझको इस दुनियाँ में किसी से बैर नहीं है सब अपने भाई बहन माता पिता कोई ग़ैर नहीं है
3. इश्क़ में तेरे लुट जाऊ मुझकों ग़म नहीं होगा मर जाने के बाद भी न प्यार हमारा कम होगा
4. अपना बनाने में अगर तुम देर कर दोगी मौत के किनारे खड़ा हूँ दिल में छेद कर दोगी
5. करती हूँ तुमसे प्यार ये कहना चाहती हूँ क़सम से सनम रब से सदा मैं तुम्हे मांगती हूँ
6. तड़प रहा हूँ ललचा रही हो बोलो किस लिए तरसा रही हो
7. मोहब्बत का इज़हार करने के लिए ये गुलाब दे रहा हूँ इसे क़बूल कर लेना वरना मैं आज अपनी जान दे रहा हूँ
8. दो दिन की चढ़ी जवानी है बेकार न जाने दो इसको आज तुम्हारा सब कुछ है कल कुछ भी नहीं मिलने वाला तुझकों

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