वादा करती हो तुम निभाती नहीं हो-SHAYARI

1. वादा करती हो तुम निभाती नहीं हो ज़ख्म देती हो दिल पर रहम खाती नहीं हो
2. तुम्हारे लिए हम हर ज़हर पी लेंगे तुम्हारी खुशियों के लिए अपने ग़म में जी लेंगे
3. मुझसे आज वादा करती हो कल भूल जाती हो ज़ख्म दिल पर दे दिया है उसपे मिर्च क्यों लगाती हो
4. आपका प्यार चाहिए दिल वर्षो से कर रहा इंतजार दूर रहके मर जाऊँगा हमे चाहिए आपका प्यार
5. बेवफ़ा क्या मुझे याद करेगी उसको तो अपना प्यार मिल गया तन्हाइयों में जी रहा हूँ ज़िंदगी श्मशान घाट बन गया
6.क्या है चाहत दिल के इरादे न समझ पा रही हो मैं रात भर जागता हूँ तुम चैन से सो रही हो
7. अब और इंतजार नहीं हो सकता बहुत सम्भाला है दिल को बेचैन हुआ मन तुम्हें पुकारें आजा सनम मिलने को
8. न धन दौलत की चाहत है अंतिम समय अब आन पड़ा क्या है धन क्या दौलत अंतिम समय यह जान सका

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