हर पल हर लम्हा तेरे इश्क में जीने का इरादा है मुझे बेतहाशा मोहब्बत होने लगी हैं पहली मुलाकात से ही प्यार इतना ज्यादा है
अब अकेले में मन लगता नहीं है दूर रहना गवारा लगता नहीं है हर हाल में करीब होने का इंतजाम चाहता हूं दूरियों में गुजारा संभव नहीं है मैं प्यार चाहता हूं
यूं ही उम्र भर इन नशीली आंखों से जाम पिलाती रहो जिंदगी का हर लम्हा जन्नत महसूस होगा बस अपनी मोहब्बत की पनाहों में रहने की इजाजत दे दो
मुझ पर इश्क का खुमार छाया है नटखट शरारती बातों से प्यार आया है ऐसा लगता है तन्हाइयों का वक्त गुजर गया है जिंदगी में खुशियों का मुकाम आया है
तुझ में दिल चुराने का अजब गजब का हुनर है तुम्हारी अदाओं पर दिल हार बैठा हूं तुम हमसफर हो मन ही मन में तुम्हें अपना मान बैठा हूं
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