हिंदी शायरी लिखा हुआ | दर्द शायरी

Hindi shayari likha hua | Dard shayari

जो दर्द मिला है मुस्कुरा कर जमाने से छुपा कर रहते हैं अपनी वफा पर ठोकर बहुत खाए हैं अब अपनी जख्मों का दर्द किसी से ना कहते हैं

सच्ची मोहब्बत का ख्वाब देखने लगा था और एक झटके में तुम रुख मोड़ने लगी हो मेरे वफा में क्या कमी रह गई जो साथ छोड़ने लगी हो

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