मेरी वफा याद आएगी, Love shayari

मेरी वफा याद आएगी मेरी मोहब्बत याद आएगी जिस सुकून को पाने के लिए मेरा साथ छोड़ा है वह सुकून तू कभी नहीं पाएगी

जब से दिल लगाया है हजारों ख्वाब मचल रहे हैं इन खूबसूरत निगाहों की मस्तियों में हर रोज फिसल रहे हैं एक पल की दूरियां तड़प दे रही है करीब होने को आजकल कुछ इस तरह बदल रहे हैं

मैं टूट कर बिखरने लगा हूं तेरी बेवफाई का हिसाब करने लगा हूं वफा सिर्फ दिखावे की थी मैं हकीकत का सामना करने लगा हूं

0 टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

Post a Comment (0)

और नया पुराने

विज्ञापन

विज्ञापन