मेरी वफा याद आएगी मेरी मोहब्बत याद आएगी जिस सुकून को पाने के लिए मेरा साथ छोड़ा है वह सुकून तू कभी नहीं पाएगी
जब से दिल लगाया है हजारों ख्वाब मचल रहे हैं इन खूबसूरत निगाहों की मस्तियों में हर रोज फिसल रहे हैं एक पल की दूरियां तड़प दे रही है करीब होने को आजकल कुछ इस तरह बदल रहे हैं
मैं टूट कर बिखरने लगा हूं तेरी बेवफाई का हिसाब करने लगा हूं वफा सिर्फ दिखावे की थी मैं हकीकत का सामना करने लगा हूं
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