Barish shayari : आसमान से गुफ्तगू

जब आसमान से जमीन पर बूंदे गिरती है धरती की रौनक बढ़ जाती है जो हरियाली हम देखते हैं इनमें प्रत्येक बूंद का अमूल्य योगदान रहता है।

बारिश शायरी

1. बारिश की बूंदों ने बढ़ा दिया धरती की रौनक, मौसम ने यू करवट लिया है आ गई है हर मंजर में ताजगी

2. रिमझिम सी बरसात ने दस्तक दिया मैंने खिड़की से झांककर देखा तो चेहरे पर एक अनोखी मुस्कान छलक आई।

3. बरसी है बूंदे, बरसा है अमृत, बढ़ने लगी है जिंदगी खुशहाली की ओर।

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