ये बेवफ़ा मुझें तुम्हारा प्यार चाहिए-SHAYARI

1. ये बेवफ़ा मुझें तुम्हारा प्यार चाहिए वही सुहाना सुबह शाम चाहिए क्या क़सूर है मेरा ये बेदर्द मुझे इंसाफ़ चाहिए
2.क़सम से सनम, हमको आप से मोहब्बत है हम छुप-छुप के प्यार कर रहे है क्योंकि समाज में अपनी भी कुछ इज़्ज़त है 3.अपने हाथो में मेहँदी, सजाना मेरे नाम की तुम जलती हुई चिराग़ हो मेरे ज़िंदगी की
4.आप को खुदा ने, चुन -चुन कर ,हर अंग कितना सुंदर बनाया है हम आपकी सुंदरता पे मरते है आप की सुंदरता ने दीवाना बना दिया है
5.पास रह के, रहा नहीं जाता ,दूर जा के जिया नहीं जाता अगर आप मेरे होते ,मै इस क़दर ख़ता नहीं खाता
6.दिल की धड़कनों में वशी हुई वो एहसास हो जिसके सहारे जी रहा हूँ प्यार कभी खत्म होने न देना तेरे प्यार के बहाने जी रहा हूँ

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