तुम्हारी पसंद ढूंढने की कोशिश करने लगा हूं अच्छा उपहार देने की कोशिश करने लगा हूं हर वक्त मुलाकात की बेचैनियां रहने लगी है बेतहाशा मोहब्बत करने लगा हूं
नजदीक आने का कोई बहाना मिले इस जुगाड़ में रहने लगा हूं दिल की बेचैनियां कहने लगी है मैं प्यार करने लगा हूं मन की सभी ख्वाहिशें पूरी हो जाएंगी उस खूबसूरत लम्हे का इंतजार करने लगा हूं
आंखों में आंखें डालकर प्यार भरी बातें होने लगी है धीरे-धीरे दिल के नजदीक होने लगी है हद से ज्यादा खुश रहने लगा हूं मेरी मुकद्दर बदलने लगी है
तुमसे मोहब्बत इस कदर हो गई है दूर एक पल भी न रह पाऊंगा किसी कारण बस दूर रहना पड़ा तो सच कह रहा हूं बेजान हो जाऊंगा
shayari ki masti |
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