ज्यादा भाव खाने वाली लड़कियों पर शायरी
जो हद से ज्यादा भाव खाती रहोगी आगे चलकर मोहब्बत को तरसना पड़ेगा इतराने में वक्त निकल जाएगा और ख्वाहिशों की महफिल बिखर जाएगी
लिमिट में रहकर भाव खाना भी ठीक है समय के अनुकूल घर बसाना भी ठीक है जिंदगी खूबसूरत है मुस्कुरा कर जियो किसी को ज्यादा अहंकार ना हो जाए इसलिए थोड़ा बहुत दिल जलाना भी ठीक है
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