शायरी संग्रह | हिंदी शायरी
आजकल तुझ में अपनी खुशियां तलाश करते हैं तुम बेखबर हो कितना प्यार करते हैं तुमसे मिलने के बाद एहसास हुआ है अब एक पल भी न उदास रहते हैं
कहां छुपा लूं इस दिल में तुम्हें जहां किसी की नजर ना लगे अकेले में मन लगता नहीं है बताओ अकेले कैसे रहे
तुम्हारी चाहतों का असर होने लगा है मुझ में दीवानगी बढ़ने लगी है मेरे दिल की गहराइयों में उतर कर देखो एहसास हो जाएगा मेरी रूह कितना मोहब्बत करने लगी है
इन खूबसूरत आंखों की मोहब्बत में खो जाने का इरादा है हमसफर बनकर उम्र भर साथ चलने का वादा है अब अकेले रहना गवारा नहीं होगा मुझे हो गया प्यार इतना ज्यादा है
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