Hindi shayari || Love shayari

मैं यूं ही नहीं दीवाना हुआ हूं तुम्हारी अदाओं ने मन का करार लूट है बिना दीदार के जीने में है दुश्वारियां आजकल मेरे हृदय से इतना प्यार टूटा है

ए नजरे अब ठिकाना ढूंढती है तुम्हारे करीब होने का बहाना ढूंढता है अपने वादों से कोई ऐसा यकीन दे जोओ तुम हर हाल में हमसफर बन जाओगी

अपनी मोहब्बत परवान चढ़ने लगी है चाहतों की तरह किस्मत
बदलने लगी है आजकल ऐसा महसूस होने लगा है रूह मुश्किलों से बाहर निकालने लगी है

आजकल तुझ पर मेरा कोई अख्तियार नहीं है साफ कह दो अगर तुम्हें प्यार नहीं है ढूंढ लेंगे दूसरा कोई अभी इस तरह अपनी जिंदगी बर्बाद नहीं है

क्या बताएं जिंदगी में बहुत तन्हाई है आजकल जिससे मिलूं साथ हर शख्स की बेवफाई है किसी ने अपना स्वार्थ सिद्ध किया तो किसी ने नीचे गिरने की होड़ लगाई है

जो राज दिल में छुपा रही हो वह राज अभी तक खुला नहीं जिसकी चाहत थी मुझको वह प्यार अभी तक मिला नहीं

धीरे धीरे मोहब्बत थोड़ा और बढ़ने दो इश्क का खुमार थोड़ा और चढ़ने दो रोम रोम कहने लगा है मैं दीवाना हो गया हूं मुझे प्यार करने दो

तुम्हारे दिल का हाल जानकर ही मानेंगे अपने प्यार का इजहार करके ही मानेंगे अब इधर उधर घूमना छोड़ दो तुम्हें हमसफर बनकर ही मानेंगे

इश्क करने की अजब गजब की सजा पा रहा हूं ना करीब आ पा रहा हूं ना दूर जा पा रहा हूं

धीरे धीरे मोहब्बत बढ़ने लगी है एक दूजे के करीब होने की बेकरारी है आजकल कहीं मन लगता नहीं है रूह में अजब गजब की मारामारी है

आजकल हद से ज्यादा याद आती है तुम्हें क्या हो गया है पहले से मुलाकात आधी है इस तरह तन्हाई में जीना गवारा नहीं होगा
बेतहाशा हो गई मोहब्बत मगर अभी हर बात आधी है

यह तन्हाइयों का सफर कब तक चलेगा हमसफर के लिए मन बिखरा रहेगा हैरान हूं क्या यही है अपनी किस्मत की लकीरों में की मेरा मन हर वक्त बिगड़ रहेगा

मेरा दिल टूटा है जब से मालूम हुआ है तुम्हारा प्यार झूठा है अपनी ख्वाहिशें बिखर गई है आजकल तन्हाइयों में सुबह शाम होता है

मैं जिंदा हूं मोहब्बत के वास्ते आजकल तुम्हारी ओर जाते हैं अपनी चाहतों के रास्ते हम दोनों की खुशियों को देखकर जलने लगे हैं अपनी जो खास थे

यूं ही नहीं तुम्हारी गलियों से गुजरने की आदत हो गई है यह सच है मुझे मोहब्बत हो गई है तुम्हें हर हाल में पाना है आजकल रूह चैन ओ सुकून सब खो चुकी है

अब आशिकी हद पार करने लगी है वो बेहद प्यार करने लगी है एक दूजे के बिना जिंदगी अधूरी है हर मुलाकात पर अपनी ख्वाहिशों का इजहार करने लगी है

जिंदगी में बहुत तन्हाई है जिसके लिए सब कुछ निछावर कर दिया उसी ने दिल पर चोट लगाई हैं आजकल बहुत तकलीफ दे रही अपनों की बेवफाई है

हम टूट कर बिखरने लगे हैं अपना मन बदलने लगे हैं खो ना जाए कहीं वजूद अपना इसीलिए थोड़ा संभालने लगे हैं

अपनी किस्मत पर रोते हैं हम आजकल तन्हाई में खुशियां पिरोते हैं हम आजकल सबको अच्छी लगती है जिंदगी मेरी मगर अपनी तकलीफ किसी से बताते नहीं है हम आजकल

अपनी ख्वाहिशें वीरान हो गई है जिंदगी की हर उम्मीद टूटी है आजकल जो मेरे चेहरे पर मुस्कान दिख रही है यह मुस्कान झूठी है

जिसके संग वफा करते करते पूरी जिंदगी निकल गई हैरान हूं यह मंजर देखकर कि वो बेवफा निकल गई

हो सकता है अब तुम्हें मेरी कमी पता चले जो तुमने दिया है मेरी आंखों में वो नमी पता चले हर कदम पर खता कर रही हो कोई कितना वफा करे

क्या बताएं दिल का दर्द बताया नहीं जाता झूठी मुस्कान में गम को छुपाया नहीं जाता मेरे दोस्त समझने लगे हैं कभी इतना बोझ दिल पर लाया नहीं जाता

हर बार लौट कर आया हूं एक नई उम्मीद लेकर मगर तुमने हर उम्मीद पर पानी फेर दिया है यही वजह है मैंने अब रख अपना मोड लिया है

टूट गए सारे सपने हम मेहनत करके भी हार गए किस्मत भी कुछ होती है इस बात को अब हम मान गए

तुम कह दो मुझसे मोहब्बत नहीं है मैं लौट जाऊंगा अपने दिल को समझने में समय बिताऊंगा अब बहुत हो गया मेरी जान ऐसी चोट कहीं ना खाऊंगा

जो मुश्किल अभी है टल जाएगी धीरे धीरे किस्मत बदल जाएगी भरोसा रखो अपने हुनर पर तुम्हें अपनी मंजिल मिल जाएगी

कोई हाथ छुड़ाना चाहे उसे कब तक पकड़ कर रखोगे जिंदगी में सच्चा हमसफ़र साथ ना हो तो कुछ पल की खुशियों के लिए भी दर दर को तुम भटकोगे

मुझे इस बात का भ्रम था कि उसे छोड़ जाऊंगा तो उसे मेरी याद आएगी इसका जरा भी अंदाजा नहीं था कि वो मौज मस्ती किसी और के रंगरलिया मनाएगी

बेवफाई की सारी हदें पार हो गई किस्मत की नैया ऐसे डूबी की जिंदगी बर्बाद हो गई

तूफानों से लड़कर कश्ती किनारो पर आ गई है बिगड़ी हुई मुकद्दर सही ठिकानों पर आ गई है जिसका ख्वाब दिन रात सजाए जा रहा था वह अपने आशियानों पर आ गई है

जब से नजर से नजर मिली है रूह में अजब गजब की कसम कस रहती है तुम्हें पाने की तमन्ना हर पल हर घड़ी हर रोज बढ़ती है

हर ख्वाब हमारे टूटे हैं अरमान हमारे टूटे हैं जब से मालूम हुआ है तुम्हारे सारे वादे झूठे हैं

वफा करके भी तरसता रहा हूं वफा के लिए लाइक शेयर कमेंट कर दो उसे बेवफा के लिए

गुलाबी गालों पर तेरे जो मेरे इश्क का नशा है इसे भरपूर चढ़ने दो दीवाना हो गया हूं मैं मुझे प्यार करने दो

अपने खूबसूरत वादों में फसाने लगी है मेरे मन को बहकाने लगी है मुझे भी ऐसा महसूस हो रहा है किस्मत सही ठिकाने पर जाने लगी है

मेरे दिल में रहती हो मुझको ए एहसास हुआ है धीरे धीरे जानेमन मुझको तुमसे प्यार हुआ है

डूब रहा हूं मैं पल पल उसकी बातों की गहराई में मेरी रूह हर पल खुशियों में झूम रही है उसकी मोहब्बत की शहनाई में

यूं ही नहीं मेरा दिल छला गया है बड़ी मासूमियत है तुम्हारी मोहब्बत में अब तो मैंने तय कर लिया है जान भी दे सकता हूं तुम्हारी इज्जत में

ऐसी खुशियों का क्या फायदा जो खरीदा गया हो ईमान बेचकर इंसानियत बिक गई लोभ और स्वार्थ में ऐसी शोहरत किस काम की

बेवजह सताया गया हूं उसकी हुस्न अदा के जाल में फसाया गया हूं बड़ी सादगी से मोहब्बत किया मगर 420 करके इस मोड़ तक लाया गया हूं

जिससे हद से ज्यादा वफा की उम्मीद थी वो बेवफा हो गए जब छोड़कर जाने का वक्त आया बेवजह खफा हो गए

मोहब्बत में हर हद पार करने दो क्यों रोकतीं हो आशिकी की सरहद पार करने दो कोई जमाने में किया ना हो आज तक मुझे इतना प्यार करने दो

ए बेवफा कब तक तुम्हारी गलियों के चक्कर लगाएंगे वफा करके भी खामोश रहकर दिल पर चोट खाएंगे मैं भी इंसान हूं जो ऐसे ही जुल्मों सितम बर्दाश्त करता रहा तो जीते जी मर जाएंगे

धीरे धीरे जिंदगी ए किस मोड़ पर आई है एक तरफ कुआं तो एक तरफ खाई है समस्याओं का कोई हल निकल आए मैं खुद से गुहार लगाई है

बहुत भटका हूं वफा की तलाश में सिर्फ तनहाई मिली है उसके प्यार में फिर भी न जाने क्यों आज भी रहता हूं उसके इंतजार में

दीवानगी हद पार करने लगी है रूह बेहद बेशुमार प्यार करने लगी है अब अकेले गुजारा हो नहीं सकता तू मेरे हर धड़कन पर राज करने लगी है

तुम मेरे ख्वाबों खयालों में हो हर वक्त मन के एहसास में हो इजहार की बेताबियां अपने चरम पर हैं ऐसा प्रतीत होता है बहुत सी ख्वाहिशें मुलाकात में हो

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