दिल लगाने की सजा मिलने लगी है-Hindi love shayari

Love story shayari

दिल लगाने की सजा मिलने लगी है किसी और के लिए उसकी डोली सजने लगी है हालात ऐसे हैं कि कुछ कर नहीं सकता अपनी ख्वाहिशें से बिखरने लगी है

चलो छोड़ो मोहब्बत यही रहने दो आगे जुदाई बरदास कर नहीं पाऊंगा तुम जैसी हसीना का दिया हुआ तकलीफ सह नहीं पाऊंगा

तुम्हारी मुस्कुराहट खूबसूरत अदाएं आंखों की मस्तियों ने मुझे इश्क करना सिखाया है किस्मत बदल रही है लग रहा है जैसे मैंने सही जगह दिल लगाया है

चल पड़ा हूं मैं आशिक की राह पर नखरे ना दिखा प्यार तू स्वीकार कर कुंवारेपन में ही रांडवा पन की जिंदगी अच्छी नहीं लगती अब आकर मेरी ख्वाहिशों को आबाद कर

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