हर लम्हा तेरी वफा के गुफ्तगू में जी रहे हैं - love story shayari in Hindi

हर लम्हा तेरी वफा के गुफ्तगू में जी रहे हैं जाम इन नशीली आंखों से पी रहे हैं हर कमी दूर होने लगी है अब सभी शिकवे गिले जख्मों को सी रहे हैं

मीठी मीठी बातों में फुसलाने लगी हो किसी न किसी बहाने से करीब आने लगी हो आजकल मेरी खुशियां आसमान छू रही है जन्नत क्या चीज होती है मुझे दिखाने लगी हो

कुछ राज छुपा कर रखी हो कुछ बात छुपा कर रखी हो मंद मंद मुस्कान बता रही है कुछ एहसास छुपा कर रखी हो

जमाने से अपने दर्द को छुपा कर रखते हैं उस बेवफा को आज भी दिल से लगा कर रखते हैं खो गई सारी खुशियां तो क्या तन्हाई में अपने दिल को समझ कर रखते हैं

मेरी खामोशी तुमसे सवाल करेगी और तुम बिना जवाब दिए बरी हो नहीं सकते

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