दौलत का गुरुर, दौलत का नशा - Hindi shayari

दौलत का गुरुर, दौलत का नशा ऐसा नहीं होना चाहिए रिश्तो की अहमियत और अपनों का प्यार नजर ना आए।

0 تعليقات

إرسال تعليق

Post a Comment (0)

أحدث أقدم