2 line love shayari in Hindi

लगा के रोग इश्क का रुख मोड़ने लगी है जब दीवानगी हद पार कर गई अब साथ छोड़ने लगी है

टूट गए सारे सपने जब टूट गई सब आस मेरी हुए जुदा हम अपनों से भर आई तब आंख मेरी

ए बेवफा जो मैंने दिया है वापस वह अपनी अमानत चाहते हैं जो भोली भाली सूरत मीठी मीठी बातों में आकर अपनी रूह को गिरवी रख दिया है उसकी जमानत चाहता हूं

हकीकत सामने आएगी पर्दा जरा सा हटाने दो जो है उनके बहुत करीबी उन्हें टूटकर बटनें दो

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